|| रूस युकेन वार :2022 ||



🕵️‍♂️रूस ने क्यों किया यूक्रेन पर अटैक -:


 1991 में सोवियत संघ के विघटन के  बाद रूस 15 देशों बट गया? उनमें से एक देश यूक्रेन भी था यूक्रेन पहले रूस के पक्ष में था रूस ने भी युकेन में काफी विकास कार्य किये परंतु 2014 में ही यूक्रेन ने पहले यूरोपियन यूनियन और फिर नाटो में शामिल होने की मंशा जाहिर की जिससे यूक्रेन और रूस के रिश्ते काफी कमजोर होते गए हैं और रूस ने 2014 में यूक्रेन के शहर कीव  पर आक्रमण कर दिया ¡ और अपने कब्जे में ले लिया पूरी दुनिया देखती रह गई|

@#रूस ने ऐसा क्यों किया?🤷‍♂️

रूस चाहता है कि यूक्रेन नाटो का मेंबर ना बने क्योंकि अगर युकेन नाटो का मेंबर बनता है तो कहीं ना कहीं सभी नाटो सदस्य (अमेरिका) उसके बॉर्डर तक आ जायगा!भविष्य का खतरा देखते हुए रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण कर दिया है!

 आखिर क्यों रूस यूक्रेन को नोटों में शामिल नहीं होने देता है 🤷‍♂️

NATO का full form -:( North Atlantic Treaty organisation)

अगर युकेन नाटो का सदस्य बन जाता है तो Nato के संबिधान के अनुसार नोटों के किसी भी सदस्य देश पर अगर कोई अन्य देश  हमला करता है तो यह हमला सभी  सदस्य पर हमला माना जाएगा  और सभी नाटो सदस्य मिलकर उस देश पर हमला करेंगे
 यही वजह है कि रूस यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनने दे रहा है अगर यूक्रेन नाटो का सदस्य हो जाएगा तो भविष्य मे रूस को यूक्रेन से खतरा होगा! क्योंकि भविष्य में अगर किसी भी नाटो सदस्य पर रूस हमला करता है या युकेन और रूस वॉर होता है तो वह नाटो का मेंबर होने के बजह से सभी देश रुस के खिलाफ हो जायगे! और वह युकेन की जमीन का उपयोग कर रूस पर हमला कर सकते हैं!
 इसी वजह से रूस यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनने दे रहा है 

"USSR का full form -:( Union of Soviet socialist republican)👍


1991 मैं रोज 15 देशों में बट गया था! वह देश है (कजाकिस्तान, किर्गिस्तान,ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, जाजिया,आर्मेनिया, अजरबैजान, इस्टोनिया, यूपोर्निया  लतेफिया, यूक्रेन, मालडोबा,बेलारूस,और रूस )


 भारत को रूस और यूक्रेन युद्ध किस का साथ देना चाहिए📢
  •  रूस भारत को  रक्षा एवं अन्य क्षेत्र में हमेशा से मदद करते आया है अतः हमें रूस का साथ देना चाहिए!
  •  क्योंकि अमेरिका यूक्रेन के साथ है और अमेरिका से भारत के अच्छे संबंध हैं इसलिए हमें अमेरिका के खिलाफ भी नहीं जाना चाहिए!
  •  भारत को इस स्थिति में न्यूट्रल पोजीशन को अपनाना चाहिए क्योंकि भारत के लिए अमेरिका का साथ जरूरी है! चीन को कंट्रोल करने के लिए हमें अमेरिका का साथ भी नहीं छोड़ना चाहिए ¡
  • हमारी निर्भरता रूस पर है रूस ने ही हमें S-400 मिसाइल दी!  अमेरिका के बिरुद्ध तो हमें रूस के खिलाफ भी नहीं जाना चाहिए |

 रूस के युद्ध समाप्त करने की शर्तें यह है 🙋‍♂️

  •  यूक्रेन आश्वासन दे कि वह नाटो में शामिल नहीं होगा!
  •  नाटो भी यूक्रेन को अपना सदस्य नहीं बनाएं!
  •  रूस पर लगे सभी आर्थिक प्रतिबंध हटाए जाएं




नाटो के सदस्य देश कौन कौन से है


नोटों का गठन 4 अप्रैल 1949 में हुआ नोटों में कुल 30 देश शामिल हैं नाटो का मुख्यालय ब्रुसेल्स में है 

 कनाडा,क्रोएशिया, जर्मनी, ग्रीस,हंगरी,चेक गणराज्य,डेनमार्क, इस्टोनिया, अल्बानिया,बेल्जियम,बलगारिया,आईसलैंड, लक्जमबर्ग, मोटेनेग्रो, नीदरलैंड, इटली,लताविया,  लिथोनिया, उत्तरमेंसिडोनिया,  नॉर्वे, पोलैंड,  पुर्तगाल,स्लोवाकिया,यूनाइटेड किंगडम,रोमानिया, स्लोवेनिया,  तुर्की, स्पेन, संयुक्त राज्य अमेरिका,

भारत के लिए रूस कितना अहम् -:

 भारत को मुख्य रूप से रूस का साथ देना चाहिए! क्योंकि रूस भारत  को रक्षा क्षेत्र और अन्य क्षेत्र में भी काफी मदद करता है रूसी भारत को संयुक्त राष्ट्र में स्थाई सदस्यता देने की बात भी करता है
 1971 के युद्ध में भी भारत द्वारा सहायता मांगी जाने पर रूस ने मदद की थी!

 रूस से भारत के रिश्ते आजादी के बाद से ही पूरे विश्व में सबसे अच्छे  रहे है 
 पर हमें अमेरिका के खिलाफ भी नहीं जाना चाहिए भारत और चाइना विवाद में हमारा साथ रूस नहीं अमेरिका देगा उत्तर भारत को इस मुद्दे पर न्यूट्रॉल बनकर चलना चाहिए भारत का किसी भी पक्ष में खुलकर सपोर्ट नहीं करना चाहिए

 यही बजह है की भारत वोटिंग में अनुपस्थित रहता है ना तो किसी का विरोध करता है और ना ही किसी का सपोर्ट  करता है *#गुटनिरपेक्षता* 

रूस और युक्रेन युद्ध मे किसको कितना नुसकान -:

 रूस और यूक्रेन के युद्ध में रूस के लगभग 450  सैनिक मारे गए है और युकेन के 195 सैनिक मारे गए है = बिटिश 


 यूक्रेन कह रहा है कि उसने रूस के 80 टैंक 516 बख्तरबंद गाड़ियां साथ हेलीकॉप्टर 100, 24 क्रूज मिसाइलों को नष्ट किया 














 

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