Self_Defence_Low --: आत्मरक्षा कानून क्या है क्या इसमें किसी की हत्या कर सकते हैं



 Right to Defence --:

लोगों को अपने स्वयं की रक्षा  करने और अपनी प्रॉपर्टी कि सुरक्षा और संपत्ति की रक्षा  अपने परिजनों की रक्षा करने का अधिकार है इसे ही हम आत्मरक्षा कानून( right to Defence ) कहते हैं !

 Currentissue में भारतीय कानून में धारा 96 से लेकर धारा 106 तक  " Right to defance " कानून की बात कही गई है


 कानून ने हमें अपनी रक्षा करने के कुझ अधिकार दिए हैं क्योंकि कानून हर समय हमें बचाने के लिए उपलब्ध तों नहीं हो सकता हैं भारत ही नहीं बल्कि कई देशों में ऐसे कानून है  जो सेल्फ डिफेंस की बात करते  बस उसकी लिमिटेड दायरे अलग-अलग है 

 इस दुनिया में हर किसी को अपनी स्वयं की रक्षा अपनी संपत्ति की रक्षा करने का पूरा अधिकार है भारतीय कानून भी अपनी रक्षा के लिए कानून को मुहैया कराता है 

 भारत में अपनी सुरक्षा करना तथा अपनी संपत्ति की सुरक्षा करना एक मौलिक अधिकार है

 क्या आप सेल्फ डिफेन्स मैं  किसी को गोली मार सकते है ?

  ऐसा मानिए कि  यदि कोई व्यक्ति आपके घर में रात्रि मै घुसता है और आपके यहां चोरी करता है  या फिर किसी और इरादान आपके घर में  आता है यदि आप उसे पकड़ते  हैं और वह आपके ऊपर हमला कर देता है  और आपके शरीर को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है  इसके लिए आप सबसे पहले तो  आप आत्मरक्षा के लिए डंडे का प्रयोग कर सकते हैं आप मुक्का मार सकते हैं धक्का दे सकते हैं  आप अपने पास के पुलिस थाने में सूचना भी दे सकते हैं !

 यदि आपको लगे   आपको मार देगा और पुलिस थाना भी काफी दूर है   और आप द्वारा किए गए आज बचाओ सेवा काफी दूर है !

 और रात हो गई हो  लेकिन आपके द्वारा उठाया गया कदम एक दायरे में हो यह आपको जान लेना चाहिए कि यह कदम आत्मरक्षा के लिए है बदला लेने के लिए नहीं  आप अंतिम विकल्प में ही गोली चला सकते है  आप गोली तभी चला सकते जब आपके पास कोई दूसरा विकल्प ही ना हो तो आप गोली भी चला सकते हैं   आप अपने डिफेंस में उतना ही बल प्रयोग कर सकते हैं जितनी बल्कि जरूरत हो  तो आप गोली भी चला सकते हैं !

 यह निर्णय अधिकारी को लेना होता है कि यह कानून ड्राइव टू डिफेंस या फिर किसी अन्य बदले कि भावनाव से किया गया है! 

क़्या रेप करने बाले कों गोली मार सकते है !

 यदि कोई व्यक्ति किसी महिला का रेप कर रहा हो या रेप कि कोशिश कर रहा हो कोई  भी व्यक्ति उसे बचाने के लिए  गोली भी मार देता है तू वह कानून की नजर में गुनाह नहीं


 किडनैपिंग

 यदि कोई किसी बच्चे को किडनैप कर ले जा रहा हो तो इस स्थिति में कोई दूसरा व्यक्ति भी उसे बचाने के लिए गोली चला सकता है !

अपनी संपत्ति कि रक्षा के लिए क़्या कदम उठा सकता है ?

 यदि कोई आपके घर को जलाने और आपकी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है तब भी आप इस कानून का प्रयोग कर सकते हैं !


 यदि आप किसी को बचाने के लिए उसके ऊपर हमला करते हैं तो यदि आपके एक डंडा मारने के बाद वह रुक जाता है और अपना  डंडा फेंक देता है या फिर बो हमला नहीं करता है तो फिर आप उसे नहीं मार सकते हैं  फिर वह राईट टू डिफेंस के कानून के अंतर्गत नहीं आता है !


 यदि आपने जुर्म नहीं किया है ? और पुलिस आप को गिरफ्तार करें तो ? 

 यदि आपको पुलिस पकडने आय और आपको लग रहा हो कि मैंने यह गुनाह नहीं किया है तो ऐसी स्थिति में आप बल का प्रयोग नहीं कर सकते है आप किसी भी सरकारी अधिकारी के खिलाफ बल का प्रयोग नहीं कर सकते है

 हां बाद में आप उसके खिलाफ कोर्ट में जा सकते हैं 

 आप तब भी बल का प्रयोग नहीं कर सकते हैं जब आपके पास कानूनी संसाधन उपलब्ध है !












आखिर पुलिस जल्दी FIR क्यों नहीं लिखती है आइये जानते है !


एसा मानिये कि आप इक पुलिस में थाने दार है! आप कों अपने थाने के एरिया कि क्राइम रिपीर्ट कों हर महीने अपने से बड़े साहब कों देना पड़ता है अगर आप के यहां ज्यादा FIR दर्ज हुई तो आपको उसका जबाब देना पड़ेगा आपको साहब से डाट भी पड़ सकती है  इसलिए आप अपने रिकॉर्ड को अच्छा दिखने के लिए FIR कम से कम लिखोगे
इसलिए पुलिस FIR लिखने में आलसत देखती है !



अगर कोई छोटा-मोटा केस है तो पुलिस FIR दर्ज नहीं करती है और ना है  इन्वेस्टिगेशन करती है !

 कायदे से यह तरीका होना है कि पुलिस को FIR दर्ज करना चाहिए और इन्वेस्टिगेशन करना चाहिए 
 पर ऐसा बहुत कम दिखने को मिलता है

और भी अन्य बजह दिखने को मिल सकती है जैसे कि राजनैतिक हस्तक्षेप, पुलिस मेंबर रिलेशन












आखिर गिफ्तार हो जाने पर आपके पास क़्या क़्या अधिकार होते है !

  •   एक तो आप अपने गिरफ्तार होने की वजह पूछ सकते हैं
  •  24 घंटे के अंदर आपको न्यायिक अधिकारी की रिपोर्ट पेश करना होगा
  •  आपको जो पुलिस वालों गिरफ्तार करने हैं उसकी आप आईडी मांग सकते हैं
  •  आपको बिना वारंट गिरफ्तार नहीं किया जा सकता! सीरियस केस छोड़कर  " अटेम्प्ट टो मडर " रेप  etc 
  •  आपको अपने पसंद की वकील से मिलने दिया जाएगा
  •  आप को गिरफ्तार करने वाला प्रॉपर ड्रेस में होना चाहिए सुप्रीम कोर्ट का निर्देश  मै है !
  •  समान अपराध के लिए समान सजा होंगी
 जिस समय जुर्म किया है उस समय जो कानून होगा उसी के अनुसार सजा होंगी



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