महंगाई कैसे बढ़ती है : आइए जानते हैं Petrol diesel ke daam kyo badh Gaye


महंगाई क्या होती है ?

क्स्तुओं की कीमतों में वृद्धि होना मॅहगाई कहलाती है  महंगाई लोगों के लिए एक गंभीर समस्या है सरकार चाहे तो महंगाई घटा सकती है और बड़ा भी सकती है इसमें सबसे बड़ा हाथ RBI का होता है अगर आरबीआई ज्यादा ब्याज दर पर बैंकों को कर्ज देगी तो बैंक भी आम लोगों को ज्यादा ब्याज दर पर कर्ज देगी  जिससे लोग ज्यादा कर्ज नहीं लेंगे जब लोग कर्ज नहीं लेंगे तो उनके पास नगद (पैसा )तरलता रुपए कम होंगे और किसी भी अन्य वस्तुओं की खरीददारी भी कम होगी जिससे महंगाई नियंत्रित रहती है 
 अगर आरबीआई ने बैंकों को कम ब्याज पर ऋण दिया तो आम आदमी को भी कम ब्याज पर ऋण मिलेगा जिससे उसके पास नगद कैश अधिक हो जाएगा जब व्यक्ति के पास पैसे कैश अधिक हो जाता है तो खरीदारी भी अधिक होने लगती है

मॅहगाई कैसे बढ़ती है :-

महंगाई बढ़ने का प्रमुख कारण होता है लोगों के पास पैसों की तरलता (नगदी पैसा ) अर्थात लोगों के पास नगद कैश का होना जब लोगों के पास नगद कैश होगा तो वह से बाजार से अधिक  खरीदारी करेंगे जिससे बाजार में उपस्थित वस्तुओं की मांग  बढ़ जाएगी वस्तु की बाजार में आपूर्ति भी हो सकती है इसीलिए विक्रेता उन वस्तुओं के मूल्यों को बढ़ा देता है और ऐसे ही महंगाई बढ़ती चली जाती है


 महंगाई बढ़ने का एक प्रमुख कारण यह भी है कि सरकार द्वारा बैंकों को कम कर्ज पर पैसा देना और बैंक दुवरा लोगो को कम कर्ज पर पैसा देना 




 पेट्रोल डीजल के दाम अत्याधिक होने के कारण-

सरकार -: 

 सरकार कह रही है कि पेट्रोल और डीजल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके मूल्यों में वृद्धि हुई है

 और इनके उत्पादन में भी कमी हुई है जिससे पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं

 पेट्रोलियम उत्पादक देशों के बीच आपसी संघर्ष को भी सरकार जिम्मेदार मानती है

 सरकार जो पेट्रोल डीजल की महंगाई का कारण बता रहे हैं वास्तव में ऐसा नहीं है

पेट्रोल डीजल वास्तविक में ऐसा नहीं है

 आइए जानते हैं बास्तविकता कारण - आखिर पेट्रोल डीजल के दाम क्यों बढ़ रहे है?

 नोटबंदी और जीएसटी के बाद ( MSME ) सूक्ष्म एवं लघु उद्योग पूर्णता खत्म हो गए या बर्बाद हो गए और कोविड-19  के कारण बाजार बंद है जिससे सरकार के पास कर्ज (Tex) के रूप में होने वाली कमाई कम पड़ गई है

 सरकार इन क्षेत्रों से होने वाली कर्ज (Tax) कि कमाई को पेट्रोल डीजल  से ही वसूलने  की कोशिश कर रही है इसलिए सरकार सिर्फ पेट्रोल और डीजल के दामों में अत्यधिक वृद्धि कर रही है !

इससे अन्य क्षेत्र मे होने बाली महगाई को सरकार control कर रही है या सिर्फ ये कहे कि अन्य क्षेत्र से आने बाले टैक्स को सिर्फ पेट्रोल डीजल से सरकार बसूल रही है 

 भारत के द्वारा नेपाल को दिए जाने वाला पेट्रोल डीजल कार रेट ₹40 पर लीटर है पर हमारे ही देश में इसी पेट्रोल और डीजल की कीमत 100-110 है  क्योंकि सरकार दूसरे माध्यमों से होने वाली टैक्स की कमी को पेट्रोल और डीजल के माध्यम से पूरी कर रही है 


 महंगाई को कैसे कम किया जा सकता है ?

 अगर बैंक कम से कम लोगों को लोन दे और लोगों के पास अत्यधिक कैस (case ) ना हो तो महगाई को कम किया जा सकता है !

 सरकार महंगाई को कंट्रोल करने के लिए कई उपाय करती है जैसे कि एलआईसी (LIC ) पॉलिसी जिससे वह आपके पास से नगद पैसे ले जाकर 2 से 3 साल बाद पैसे उससे ज्यादा देने की बात कहता है और आपसे नगद पैसे ले जाती है

 म्यूचल फंड मैं आपसे नगद पैसे लिए जाते हैं और 4 से 5 साल बाद आपको पैसे दिए जाते हैं

 बैंक एफडी में भी आपसे नगद पैसा लिया जाता है और 3 से 4 साल बाद फिर आपको उसके साथ कुछ और पैसे वापस किए जाते हैं

 सरकार महंगाई को कंट्रोल करने के लिए कई उपाय करती है सरकार सोचती है कि  लोगों के पास जब कम से कम नगद पैसा होगा तो  लोगों के पास पैसों की तरलता (कैस ) Case जितनी कम होगी महंगाई उतनी ही कम होगी और लोगों के पास पैसों की तरलता जितनी अधिक होगी महंगाई भी उतनी ही अधिक होगी


इसलिए बैंक और सरकार लोगो  से case पैसे को लेती है और उन्हें बदले मे गारंटी पेपर देती है जिससे लोगो के पास से case भी चला जाता है और उन्हें बदले मे गारंटी पेपर मिल जाता है जो कम्पनी अपने हिसाब से उन्हें व्याज देती ह

  महंगाई दर को कैसे ज्ञात किया जाता है ?

 सबसे पहले तो हम जो वस्तुओं के मूल्यों में वृद्धि हुई है उनका एक औसत निकाल लेते हैं
 महंगाई दर दो प्रकार से निकाली जाती है
  1.  एक विक्रेता दर
      2.खुदरा विक्रेता dar











न्यज़ पेपर, वित्तीय एक्सपर्ट इंटरव्यू

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